Friday, May 28, 2010

जातिगत जनगणना पर सरकार पीछे हटी तो आंदोलन: मुलायम


लखनऊ। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार पर जातिगत जनगणना मुद्दे को टालने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अगर संसद में दिए अपने आश्वासन से पीछे हटी तो सपा आंदोलन करेगी। लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में शुक्रवार को मुलायम सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पिछले दिनों संसद में जातिगत जनगणना करवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन घोषणा करने के बाद सरकार अब इससे पीछे हट रही है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि देश में जाति आधारित जनगणना के मामले को मंत्रियों के उच्चााधिकार प्राप्त समूह (जीओएम) को सौंपना इस मुद्दे को टालने का एक बहाना है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जीओएम ने जातिगत जनगणना के खिलाफ रिपोर्ट दी तो सपा देश की सभी वंचित जातियों को साथ लेकर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी। यादव ने जोर देते हुए कहा कि एक तरफ देश में पे़ड-पौधे, तालाब, मकान व जानवरों तक की गिनती हो रही है तो जातिगत जनगणना के नाम पर कुछ लोगों को तकलीफ क्यों हो रही है।


उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना कराने से देश के सरकारी खजाने पर एक पैसे का भी अतिरिक्त भार नहीं प़डेगा। केवल फार्म में एक कालम बढ़ाना होगा। यादव ने उन खबरों को निराधार बताया, जिसमें सपा के केंद्र सरकार में शामिल होने की अटकलें लगाई गई थीं।

जातीय जनगणना के विरुद्ध माकन के पत्र से कांग्रेस क्षुब्ध

कांग्रेस ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय माकन के उस पत्र पर नाखुशी जताई है, जिसमें उन्होंने युवा सांसदों से जनगणना में जाति को शामिल करने का विरोध करने की अपील की है।

पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी जो पार्टी का मीडिया प्रभाग भी देख रहे हैं, ने कहा कि इस संबंध में उचित बयान देने के लिए सरकार में कोई व्यक्ति अधिकृत नहीं है।द्विवेदी ने कहा कि यह माकन का 'निजी विचार' है। उन्होंने कहा कि माकन को ऐसा पत्र लिखने से अभी बचना चाहिए था, क्योंकि इस मुद्दे पर वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रियों का समूह विचार कर रहा है।

गुरुवार को लिखे अपने पत्र में माकन ने कहा है कि जातिगत जनगणना एक राजनीतिक मुद्दा है, जिसका बुरा नतीजा अगले दशकों में भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे व अन्य राजनीति के पेशेवरों एवं सभी राजनीतिक दलों को इसके बदले विकास का मुद्दा उठाना चाहिए। उन्होंने यह पत्र ब्लॉग 'अजय माकन थाउट्स डॉट ब्लॉग स्पॉट डॉट कॉम' पर जारी किया है।